Saturday 8 December 2018

कोरे काग़ज़

न नज्म न ही गज़ल,
बस हाल-ए-दिल बयां,
किया कोरे काग़ज़ पर,
दर्द, जख्म, एहसास, मोहब्बत,
बस जिन्दगानी का सफर,
तय किया कोरे काग़ज़ पर

Thursday 6 December 2018

वो एक याद

यादों की धुँध में,
धूप निकली नहीं है,
एक पल के लिए,
आहट सी हो रही है,
समुंदर की तरह,
नींद की दरीया में,
एक अजनबी से,
मुलाकात हो रही है,
चाँद तुम सो रहे हो,
या किस्मत की बात है,
उसके दिल में भी,
एक आरज़ू हो रही है

Wednesday 5 December 2018

Nothing

Defination of Nothing:

Time doesn't wait for You or Me...
Days pass 'n year change,
You miss me...I miss you,
You moved away with Loved ones,

Your Life changes,
Friends change,
People change,

But your heart has
Those precious moments engraved in it,
If you want it or not,
They are always their,

Making you sad at Happy times
'n Happy at sad times....

You think about those Lovely
'n Happy days than Smile... :)

'n when somebody asks you the Reason For That SMILE.....
YOU JUST SAY…………"NOTHING"…!!

मैं इतना तो कर सकता हूँ

मैं इतना तो कर सकता हूँ ,
तुम से मोहब्बत तो कर सकता हूँ ,
इज़हार ना करूँ फ़िर भी ,
तुम से मोहब्बत तो कर सकता हूँ,
तुम नहीं , दिल में रखी तुम्हारी तस्वीर से ही ,
तुम से मोहब्बत तो कर सकता हूँ,
निगाहें मिले न मिले दूर से देख कर ही,
तुम से मोहब्बत तो कर सकता हूँ,
 मिले जब, तुम्हारी आँखों में डूब कर ही,
 तुम से मोहब्बत तो कर सकता हूँ,
तुम्हारी उन बातों में  खो कर ही,
तुम से मोहब्बत तो कर सकता हूँ,
हवा में बहती तुम्हारी उस खुसबू से ही ,
तुम से मोहब्बत तो कर सकता हूँ,
हक़ीक़त ना सही तुम्हें ख़्वाब में पा कर ही,
तुम से मोहब्बत तो कर सकता हूँ...!!

किसी दिन कोई कवि बन

एक कविता बना,
मुझे कोई मेहसूस करता,
जैसे एक कवि,
मोहब्बत को शब्दों से सजाता,
लिखे जो बातें मैंने ,
उसकी वो मोहब्बत की,
कोई  मुझे भी याद कर,
आँसुओं से  रूबरू करता,
किसी दिन कोई कवि बन ,
मुझे भी कविता बना लिख देता,
ओढ के  दर्द  की चादर,
सर्द रात में, कोई शमा पे,
मेरा जिक्र करता
किसी दिन कोई कवि बन ,
मुझे भी कविता बना लिख देता,
खुबसूरती  का एहसास ,
पलकों से कराता,
लबों पे इकरार,
मोहब्बत समझाता,
किसी दिन कोई कवि बन ,
मुझे भी कविता बना लिख देता,
बिताए पल वो,
यादों में समेटता,
हवा में पैगाम,
वो इश्क का देता,
किसी दिन कोई कवि बन ,
मुझे भी कविता बना लिख देता,
लिख देता वो,
मोहब्बत का किस्सा हमरा,
यूहीं कोफी पे,
मेरा इन्तज़ार करना,
किसी दिन कोई कवि बन ,
मुझे भी कविता बना लिख देता
अटका के निगाहें,
निगाहों में,
वो अपना हाल-ए-दिल कहता,
कर के इज़हार-ए-इश्क,
किसी दिन कोई कवि बन ,
मुझे भी कविता बना लिख देता